करोड़ों की शासकीय भूमि पर भू माफिया कब्जा, संबंधित अधिकारियों को है खुलेआम हो रहे कब्जे की जानकारी. बाद भी कब्जे पर रोक न लगा पाना खड़े कर रहा अपने आप में कई तरह के सवाल
कटनी। माधव नगर क्षेत्र में इन दिनों बेस कीमती जमीनों पर भू माफिया बेरोक टोक अपने अवैध मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने के काम में जुटे हुए है। वर्तमान में माधव नगर क्षेत्र में करोड़ों की शासकीय भूमि पर भू माफिया कब्जा कर रहे हैं। खुलेआम हो रहे इस कब्जे की जानकारी संबंधित अधिकारियों को भी है कहा तो यह भी जा रहा है कि माधव नगर में बेस कीमती जमीनों पर हो रहे कब्जे की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद कब्जाधारी कार्रवाई को प्रभावित करने में जुटे हुए है।
माधवनगर के ग्राम पंचायत कार्यालय के बाजू में लगभग 30 से 40 हजार वर्ग फुट जमीन पर एक भूमिया के द्वारा खुलेआम कब्जा किया जा रहा है। माधव नगर ग्राम पंचायत कार्यालय के बगल में चल रहे अवैध कब्जे के अलावा डर्बी होटल माधव नगर के बगल में भी करोड़ों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। इतना ही नहीं माधव नगर स्थित डीके ट्रेडर्स के बगल में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। माधव नगर स्थित नगर निगम उप कार्यालय के बगल में भी अवैध कब्जा खुलेआम हो रहा है। इन सभी स्थानों पर नीली चादरें तान कर कब्जा करने वाले स्थल को ढंक दिया गया है और अंदर बेधडक निर्माण कार्य चल रहा है।
सूत्र बताते हैं कि कब्जे की खबर मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद बहुमूल्य जमीनों पर कब्जा कर रहे अतिक्रमणकारी कार्यवाही को प्रभावित करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों एवं शिकायतकर्ताओं कों प्रभावित करने का काम भी कर रहे है। माधव नगर में जिन स्थलों पर वर्तमान में कब्जा किया जा रहा है यदि उन जमीनों का बाजार मूल्य आंका जाए तो वह जमीन 10 से 15 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट के दाम से खरीदी जा सकती हैं। कब्जे को लेकर लगातार मीडिया द्वारा खबरें प्रकाशित किए जाने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कब्जाधारियों से साठ गांठ करके चुप्पी साधे बैठे हैं। यदि इसी तरह जिम्मेदार चुप्पी साधे रहे तो फिर वह दिन दूर नहीं जब बेश कीमती करोड़ की शासकीय जमीन कब्जे की भेंट चढ़ जाएगी।
इनका कहना है
इस संबंध में बातचीत करते हुए नगर निगम कमिश्नर विनोद कुमार शुक्ला ने कहा कि माधव नगर में कब्जा करने की जानकारी लगी है। कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारी को कहा गया है। यदि अब तक कार्यवाही नहीं की गई है तो मैं अधिकारी से जवाब तलब करता हूं। वहीं दूसरी तरफ कटनी एसडीएम प्रदीप कुमार मिश्रा ने इस पूरे मामले पर बातचीत करते हुए कहा कि अतिक्रमण किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। तहसीलदार, आरआई, पटवारी को जांच करने के लिए कहा गया है। स्थल का निरीक्षण करने के बाद अतिक्रमण को हटाने के लिए तोड़फोड़ की कार्यवाही अवश्य की जाएगी।