स्कूलों को संवारने में योगदान देने वाले कर्मयोगी शिक्षकों से विकास गाथायें की आमंत्रित,5 सर्वश्रेष्ठ स्कूलों को शाला विकास हेतु मिलेंगे दो लाख रूपये
कटनी।। कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्कूलों को संवारने मे विशिष्ट योगदान देने वाले कर्मयोगी शिक्षकों से आव्हान किया है कि वे शाला विकास की वृतांत गाथा से अवगत कराये। ताकि इन विकास गाथाओं से रू-ब-रु होकर अन्य संस्थायें भी प्रेरित और प्रोत्साहित हो सकें।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने सभी शिक्षकों को लिखे पत्र के माध्यम से आव्हान किया कि जिले के दूरस्थ अंचलों के भ्रमण के दौरान मुझे कई ऐसी शासकीय शालायें मिलीं, जो सीमित संसाधनों के बावजूद शाला परिसर के विकास, अध्ययन, अध्यापन और छात्रों में संस्कारों की सीख देने और उनमें पर्यावरणीय समझ विकसित करने के मामले में बेहतर काम कर रहीं है। जिले में ऐसी शालायें संभवतः सैकड़ों की संख्या मे हो सकती हैं। जहां पर कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक छात्रों के जीवन को गढ़ने के लिए कृत संकल्पित हैं। परन्तु यह भी सच है कि ऐसे विशिष्ट योगदान की जानकारी से जिले के नागरिक आज भी वंचित है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने ऐसे कर्मयोगी शिक्षकों का आव्हान किया है कि वे बचपन संवारने, भविष्य गढ़ने की अपनी वृत्तांत गाथा से जिला प्रशासन को अवगत करायें, ताकि आपके भागीरथी प्रयासों से रूबरू होकर अन्य संस्थाएं भी प्रेरित और प्रोत्साहित होकर हमराह बनें।
शिक्षकगण अपने स्कूल को संवारने की विकास गाथा को लिखकर कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित जिला शिक्षा केन्द्र कटनी में जमा कर सकते है साथ ही ई-मेल आई.डी. zskdpckatni@gmail.com में मेल भी कर सकते है। कर्मयोगियों से प्राप्त विकास गाथाओं के सभी प्रस्तावों का परीक्षण जिला स्तरीय समिति करेगी और इनमें से पांच सर्वश्रेष्ठ और उत्कृष्ट विद्यालयों का चयन कर शाला विकास हेतु जिला रेडकास सोसायटी की ओर से दो लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी। इसके अलावा शिक्षक दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में शिक्षा और विद्यालय की बेहतरी के लिए उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को हमेशा की तरह ही सम्मानित किया जाएगा।